पगमिल में मिलाद-ए- पाक की सजी महफिल

पगमिल में मिलाद-ए- पाक की सजी महफिल

नबी की सीरत का किया गया बयान

 

बेशक अल्लाह उन लोगों को पसंद करता है जो उसके रसूल हजरत मोहम्मद की मोहब्बत को अपने जिंदगी में अहमियत देते हैं: मौलाना अब्दुल वाहिद

 

हजारीबाग। पगमिल स्थित एहसान मंजर के आवास पर रविवार को मिलाद ए पाक की महफिल सजाई गई जिसमें शहर के मशहूर ओलमा- ए- कराम ने शिरकत फरमाया। बता दें कि यह महफिल एहसान मंजर के खानदान के मरहुमीन के मगफिरत और ईशाल -ए- सवाब को लेकर आयोजित किया गया जिसमें हजारीबाग शहर के मशहूर ओलमा-ए-कराम ने शिरकत फरमा कर नबी की सीरत और उनकी अजमतों का विस्तार पूर्वक बयान फरमाया। मिलाद -ए-पाक की इस महफिल में मुख्य रूप से मौलाना अब्दुल वाहिद मिस्बाही, मुफ्ती महबूब आलम मिस्बाही, कारी महमूद आलम, हाफिज अब्दुल रशीद, मौलाना मो. आजम, हाफिज व कारी मो. फारुख, कारी शमशेर आलम आदि शरीक हुए और नबी की शान में नात ए पाक ए रसूल और नबी की अजमतों को बयान फरमाया और लोगों से अल्लाह के नबी की बातों पर अमल करने की अपील की कहा की अगर दुनिया व आखिरत में कामयाबी हासिल करना है अल्लाह के नजदीक मकबुलियत हासिल करनी है तो नबी से सच्ची मोहब्बत करनी होगी। फरमाया कि हमारे नबी ने सारी कायनात को बुराई के रास्ते से हटाकर अच्छाई के रास्ते पर चलने की तालीम दी। नबी की अजमतों को विस्तार पूर्वक बयान फरमाते हुए सुल्तान -उल- हिंद मस्जिद के इमाम मौलाना अब्दुल वाहिद मिस्बाही ने फरमाया कि जिसने अपने नबी से सच्ची मोहब्बत की उसने अल्लाह की मकबूलियत को हासिल कर लिया बेशक वो अल्लाह का खास बंदा कहलाएगा जिसने अपने जिंदगी में नबी की सीरत को अपनाया और नबी ( स. ) से सच्ची मोहब्बत किया कहा कि आज इस कलयुगी दुनिया में लोग अपने जिस्म को संवारने में लगे हैं जबकि अल्लाह के नजदीक अल्लाह का प्यारा बंदा वही है जिसने अपनी रूह को संवारा और अपने रूह में अपने नबी की मोहब्बत और अकीदत को शामिल किया। बेशक अल्लाह उन लोगों को पसंद करता है जो उसके रसूल हजरत मो. की मोहब्बत को अपने जिंदगी में अहमियत देते हैं। महफिल- ए- मिलाद की इस महफिल में एहसान मंजर, जाइन रमीश, सरफराज अहमद, शकील अहमद, रियाज अहमद, मो. हसरत, मो.सलीम, मो. इस्लाम, मो. अख्तर रिजवी, एजाज अशरफ, मो. अनीस, शमीम आलम, खलील अंसारी सहित कई अकीदतमंद लोग मौजूद थे।

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